
गैजेट डेस्क. 5G तकनीक के मामले में चीन भारत समेत अन्य देशों से आगे निकलता नजर आ रहा है। शुक्रवार को चीन ने देश में आधिकारिक रूप से 5 जी सेवा शुरू की। फिलहाल यह सेवा चीन के 50 प्रमुख शहरों में शुरू की गई है। चीन के तीन सरकारी टेलीकॉम कंपनी चाइना मोबाइल, चाइना टेलीकॉम और चाइना यूनिकॉम में अपने 5जी प्लान्स भी पेश कर दिए हैं। इन प्लान की शुरुआती कीमत 1300 रुपए से 6000 हजार रुपए प्रति माह तक है। 1300 रुपए में ग्राहकों को 30 जीबी डेटा और 500 मिनट वॉयस चैट की सुविधा मिलेगी जबकि 6000 रुपए में 300 जीबी डेटा मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 तक चीन में 6जी का ट्रायल शुरू हो जाएगा।

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- रिपोर्ट के मुताबिक यह सेवा शुरुआती तौर पर बीजिंग और शंघाई समेत देश के 50 शहरों में शुरू की गई है। अकेले चाइना मोबाइल कंपनी ने ही बीजिंग में बेहतर कवरेज के लिए 5000 बेस स्टेशन इंस्टॉल कर लिए हैं लेकिन अभी भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में इसका कवरेज देना बाकी है।
- लोगों में 5जी नेटवर्क की उत्सुकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्लान लॉन्च होने से पहले ही चीनी कंपनियों में 5जी प्लान के लिए एक करोड़ से ज्यादा ग्राहकों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था।
- चीन से पहले इसे दक्षिण कोरिया, अमेरिका और ब्रिटेन में पहले ही शुरू किया जा चुका है। 5जी पांचवी जनरेशन का मोबाइल नेटवर्क है, जिसमें तेज इंटरनेट स्पीड मिलने का दावा किया जा रहा है।
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- भारत में टेलीकॉम इंडस्ट्री पर अभी 7.80 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है, इसलिए कंपनियों की हालत ऐसी नहीं है कि वे 5जी कनेक्विटी के मकसद से बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए निवेश कर सकें।
- इसके अलावा कंपनियां 5जी स्पेक्ट्रम की महंगी कीमतें भी नहीं चुका सकतीं। इस वजह से कंपनियों ने हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट से 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 से पहले नहीं करने का अनुरोध भी किया है।
- मोबाइल ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि टेलीकॉम इंडस्ट्री नाजुक दौर से गुजर रही है, ऐसे में 5जी में बड़ा निवेश करना मुश्किल है।
- 5जी कनेक्टिविटी के लिए 80% मोबाइल टॉवरों को नेक्स्ट जनरेशन ऑप्टिकल फाइबर से लैस करने की जरूरत होती है। भारत में अभी ऐसे सिर्फ 15% टॉवर ही हैं।
- टेलीकॉम इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों और एक्सपर्ट्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि देश में टॉवरों और ऑप्टिकल फाइबर की कमी के चलते 4जी सर्विस भी सही तरीके से शुरू नहीं हो पाई है, ऐसे में 5जी में समय लगना तय है।
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 5जी का इस्तेमाल कई जगहों पर होना है। जैसे- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में। ऐसे में अगर 5जी कनेक्टिविटी इस साल या अगले साल तक आ भी जाती है तो भी भारत में इसे शुरू होने में वक्त लगेगा। भारत में 2020 तक ही 5जी स्मार्टफोन्स आने की उम्मीद है।
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