
Tuesday, 31 March 2020
Jio Offers 100 Minutes Of Free Talktime, 100 Free SMS To Help Poor Amid Coronavirus Lockdown
इन 6 सस्ते स्मार्टफोन में खेल सकते हैं पबजी जैसे हैवी गेम्स, 15 हजार से कम है इनकी कीमत

गैजेट डेस्क. गेमिंग फोकस्ड स्मार्टफोन की बात करें तो यह काफी महंगे होते हैं। इनके लिए 35 हजार से 40 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन हर गेमिंग लवर इन्हें अफॉर्ड नहीं कर पाता। ऐसे में अगर आप एक ऐसे गेमिंग फोन की तलाश में है जो सस्ता भी हो और गेमिंग के लिए बढ़िया हो तो हम 15 हजार से कम कीमत के कुछ ऐसे स्मार्टफोन लेकर आए है, जिनमें आप पबजी जैसे गेम आसानी से खेल सकते हैं...
श्याओमी पोको F1, कीमत 14990 रुपए
वैसे को यह स्मार्टफोन मार्केट में थोड़ा पुराना है लेकिन अपने फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की बदौलत यह आज भी लोगों की पसंद बना हुआ है। पोको एफ1 के 6 जीबी/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 14990 रुपए है। फोन में ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर है और एड्रिनो 630 जीपीयू है जिसकी बदौलत आसानी से हैवी गेम्स खेले जा सकते हैं।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टाकोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 845, एड्रिनो 630 जीपीयू |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB/128GB |
कैमरा | 12MP+5MP (रियर), 20MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.2 इंच |
बैटरी | 4000 एमएएच |
रेडमी नोट 8 प्रो, शुरुआती कीमत 13999 रुपए
इस फोन में गेमिंग सेंट्रिक मीडियाटेक हीलियो जी90टी प्रोसेसर है जो लिक्विड कूल्ड टेक्नोलॉजी से लैस है। इसमें हाइपर इंजन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी बदौलत ग्राफिक्स परफॉर्मेंस बूस्ट होती है। यह दुनिया का पहला फोन था जिसमें 64 मेगापिक्सल का एआई क्वाड कैमरा दिया गया था। इसके 6GB+64GB वैरिएंट की कीमत 13999 रुपए है। इसके 6GB+128GB वैरिएंट के लिए 15999 और 8GB+128GB वैरिएंट के लिए 17999 रुपए खर्च करने होंगे।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो जी90टी |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 64MP+8MP+2MP+2MP (रियर), 20MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.53 इंच |
बैटरी | 4500 एमएएच |
हुवावे ऑनर प्ले, शुरुआती कीमत 11999 रुपए
फोन में किरिन 970 चिपसेट प्रोसेसर है और खासतौर से गेमिंग के लिए माली G72 MP12 जीपीयू है। यह प्रोसेसर पबजी और कॉल ऑन ड्यूटी जैसे गेमों के लिए बढ़िया है। इसमें 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज मिलेगा। फोन में 6.3 इंच का बड़ा डिस्प्ले है जिसमें गेम खेलने का बेहतरीन एक्सपीरियंस मिलता है। फ्लिपकार्ट पर इसके 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाले वैरिएंट को 11,999 रुपए में खरीदा जा सकता है।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर किरिन 970 |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+2MP (रियर), 16MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.3 इंच |
बैटरी | 3750 एमएएच |
वीवो Z1 प्रो, शुरुआती कीमत 12,990 रुपए
फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 प्रोसेसर है और यह 6 जीबी रैम से लैस है। यह प्रोसेसर भी गेमिंग के लिए बढ़िया है। इसके अलावा फोन में गेमिंग के लिए खासतौर से अल्ट्रा-गेम मोड दिया गया है, जिसमें 4D गेमिंग एक्सपीरियंस मिलता है। फोन के 4 जीबी रैम/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 12990 रुपए और 6 जीबी रैम/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 13900 रुपए है।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 |
रैम | 4GB/6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+8MP+2MP (रियर), 32MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.53 इंच |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियलमी 5 प्रो, शुरुआती कीमत 12999 रुपए
फोन के 4GB+64GB वैरिएंट की कीमत 12999 और 6GB+64GB वैरिएंट की कीमत 13999 रुपए है। यह दो वैरिएंट है जो 15 हजार से कम कीमत में उपलब्ध है। हालांकि इसके टॉप 8GB+128GB वैरिएंट के लिए 15999 रुपए खर्च करने होंगे। फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 प्रोसेसर जिसपर पबजी जैसे हैवी गेम्स आसानी से खेले जा सकते हैं।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 |
रैम | 4GB/6GB/8GB |
स्टोरेज | 64GB/128GB |
कैमरा | 48MP+8MP+2MP+2MP (रियर), 16MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.3 इंच |
बैटरी | 4035 एमएएच |
नोकिया 6.2, कीमत 12499 रुपए
नोकिया 6.2 भी 15 हजार से कम कीमत में एक अच्छा गेमिंग स्मार्टफोन है। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर दिया गया है। फोन में 4 जीबी रैम और 64 जीबी का स्टोरेज मिलेगा। फोन में 6.39 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है जिसमें गेम खेलने का बेहतरीन एक्सपीरियंस मिलेगा।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 |
रैम | 4GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+8MP+5MP (रियर), 8MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.39 इंच |
बैटरी | 3500 एमएएच |
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Facebook, Instagram Remove Bolsonaro Video Questioning Coronavirus Quarantine
BS6 हुंडई वरना लॉन्च, शुरुआती कीमत 9.31 लाख रुपए, सेगमेंट की पहली कार जिसमें है वायरलेस चार्जिंग समेत 8 नए फीचर्स

ऑटो डेस्क. हुंडई ने अपनी पॉपुलर सेडान का वरना का बीएस 6 मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसके बेस वैरिएंट की कीमत 9.31 लाख रुपए है जबकि टॉप वैरिएंट 15.10 लाख रुपए का है। इसमें तीन इंजन ऑप्शन मिलेंगे जिसमें दो पेट्रोल और एक डीजल इंजन है। कार में मैकेनिकल और फीचर अपडेट्स के अलावा 8 ऐसे फीचर्स मिलेंगे जो सेगमेंट में पहली बार देखने को मिलेंगे।
वैरिएंट वाइस कीमत
मॉडल | कीमत |
वरना 1.5 MPI MT S वरना 1.5 MPI MT SX वरना 1.5 MPI CVT SX वरना 1.5 MPI MT SX(O) वरना 1.5 MPI CVT SX(O) वरना 1.0 TRUBO DCT SX(O) वरना 1.5 CRDi MT S+ वरना 1.5 CRDi MT SX वरना 1.5 CRDi AT SX वरना 1.5 CRDi MT SX(O) वरना 1.5 CRDi AT SX(O) |
9.31 लाख रुपए 10.70 लाख रुपए 11.95 लाख रुपए 12.60 लाख रुपए 13.85 लाख रुपए 13.99 लाख रुपए 10.66 लाख रुपए 12.05 लाख रुपए 13.20 लाख रुपए 13.95 लाख रुपए 15.10 लाख रुपए |
इंजन में कितना है दम
- कार में 1.5 लीटर का नेचुरली एसपीरेटेड पेट्रोल इंजन है, जो 114 हॉर्स पावर की ताकत और 144 एनएम का टॉर्क मिलेगा। इसमें 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन स्टैंडर्ड और CVT ऑप्शन भी मिलेगा।
- 1.0 लीटर टर्बो यूनिट में 119 हॉर्स पावर और 172 एनएम का टॉर्क मिलेगा। इसमें 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स मिलेगा।
- 1.5 लीटर डीजल इंजन में 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन मिलेगा। इसमें 114 हॉर्स पावर और 250 एनएम का टॉर्क मिलेगा। इसके अलावा इसमें टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक सेटअप भी मिलेगा।
सेफ्टी के लिए क्या मिलेगा
- कार में स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के तौर पर एबीएस, रिय पार्किंग सेंसर, सीट बेल्ट रिमाइंडर, फ्रंट पैसेंजर्स के लिए दो एयरबैग्स मिलेंगे।
- टॉप वैरिएंट में ईएससी, फ्रंट पार्किंग सेंसर, रिवर्स कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम भी मिलेगा।
इसमें 8 ऐसे फीचर को सेगमेंट में पहली बार दिए गए हैं
1. ब्लू लिंक टेलीमैटिक सिस्टम
वेन्यू, एलेंट्रा और क्रेटा के बाद वरना फेसलिफ्ट में हुंडई की ब्लू लिंक कनेक्टिविटी मिलेगी जिसमें 45 फीचर्स मिलेंगे। इसमें वॉयस कमांड फॉर इन-कार फंक्शन, रिमोट इंजन और एयर-कॉन ऑपरेशन (सिर्फ ऑटोमैटिक के लिए)। इन फंक्शन को स्मार्टवॉच से भी कंट्रोल किया जा सकेगा।
2. डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर विद 4.2 इंच एमआईडी
वरना फेसलिफ्ट पहली मिड-साइज सेडान है जिसमें फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलेगा। इसके अलावा इसमें 4.2 इंच का मल्टी इंफॉर्मेंशन डिस्प्ले भी है, जो इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के ठीक बीचोंबीच रहेगा।
3. वायरलेस चार्जर
वरना फेसलिफ्ट में वायरलेस चार्जिंग की सुविधा भी मिलेगी। यह वायरलेस चार्जिंग पैड गियर लीवर के पास स्थित है।
4. रियर यूएसबी चार्जिंग पॉइंट
यह सेगमेंट की पहली कार है जिसमें रियर यूएसबी चार्जिंग पोर्ट मिलेगा।
5. वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स
यह सेगमेंट की पहली सेडान कार है जिसमें कूल्ड फ्रंट सीट्स मिलती है। गर्मी के मौसम में ड्राइवर को रिलेक्स और कूल रहने में मदद करेगा।
6, हैंड्स फ्री बूट ओपनिंग
वरना फेसलिफ्ट हैंड्स-फ्री ओपनिंग फंक्शनैलिटी से लैस है। इस फीचर की मदद से चाबी बूट स्पेस की पास ले जाने पर यह डिक्की को ऑटोमैटिक ओपन कर देता है।
7. इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल
यह सेगमेंट की पहली कार है जिसमें इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल मिलता है। इमरजेंसी में तेजी से ब्रेक लगाने पर हजार्ड्स लाइट्स फ्लैश करने लगती है, ताकि पीछे आ रही गाड़ी से एक्सीडेंट न हो।
8. आर्केमीज ऑडियो सिस्टम
इसमें आर्केमीज का प्रीमियम साउंड सिस्टम है, जो वरना फेसलिफ्ट के बेस वैरिएंट में भी मिलेगा।
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Samsung Galaxy M21 Vs Vivo Y19 Vs LG Q60: Specs, Features, Price COMPARED
Monday, 30 March 2020
तीन रियर कैमरे और 5000 एमएएच बैटरी के साथ लॉन्च हुआ सैमसंग गैलेक्स M11, फिलहाल कीमत का ऐलान नहीं

गैजेट डेस्क. साउथ कोरियाई टेक कंपनी सैमसंग ने गैलेक्सी M11 को लॉन्च कर दिया है। फिलहाल इसे सैमसंग की यूएई वेबसाइट पर लिस्टेड किया गया है। इसे गैलेक्ली M10s के अपग्रेड वर्जन और एम-सीरीज के नए बजट फोन के तौर पर लॉन्च किया गया है। इस फोन में कम कीमत में कई टॉप-एंड फीचर्स मिलेंगे जिसमें ट्रिपर रियर कैमरा और नया पंच-होल डिस्प्ले शामिल हैं। गैलेक्सी M11 में 5000 एमएएच की बड़ी बैटरी मिलेगी, जिसमें 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। कंपनी ने इसके प्रोसेसर की डिटेल्स जारी नहीं की है लेकिन इतना जरूर बताया है कि इसमें 1.8 गीगाहर्ट्ज का ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा।

सैमसंग गैलेक्स M11: कीमत और उपलब्धता
- कंपनी ने फिलहाल इसे सिर्फ यू्एई की साइट पर लिस्टेड किया है। कंपनी ने इसकी कीमत और उपलब्धता के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। उम्मीद की जा रही है कि इसकी गैलेक्सी M10s जितनी यानी 8999 रुपए के लगभग हो सकती है। वेबसाइट लिस्टिंग के मुताबिक, इसमें ब्लैक, मैटेलिक ब्लू और वायलेट कलर ऑप्शन मिलेंगे।
सैमसंग गैलेक्स M11: बेसिक स्पेसिफिकेशन
- फोन में डुअल नैनो सिम सपोर्ट मिलेगा लेकिन फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी गई है कि इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड 9 मिलेगा या एंड्रॉयड 10।
- इसमेंऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा जो 3 जीबी रैम से लैस होगा। लेकिन यह मीडियाटेर रहेगा या स्नैपड्रैगन इसे लेकर कंपनी ने कोई सफाई नहीं दी है।
- एम11में 6.4 इंच का एचडी प्लस डिस्प्ले मिलेगा, जिसमें फ्रंट कैमरे के लिए पंच होल कट-आउट मिलेगा जो स्क्रीन के टॉप-लेफ्ट कॉर्नल पर रहेगा।
- फोटोग्राफी के लिए इसमें तीन रियर कैमरे मिलेंगे। इसमें 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी लेंस, 5 मेगापिक्सल का वाइड-एंगल लेंस और 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर मिलेगा। सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8 मेगापिक्सल का लेंस दिया गया है।
- फोन में 32 जीबीका स्टोरेज मिलेगा जिसे माइक्रो एसडी कार्ड से 512 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा।
- यह 5000 एमएएच बैटरी से लैस होगा, जिसमें 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। सिक्योरिटी के लिए फोन में रियर माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर है।
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Sunday, 29 March 2020
CDMA, GSM, LTE और GPS क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
CDMA : सीडीएमए (Code Division Multiple Access) टेक्नोलॉजी बेसिक टेक्नोलॉजी है जो US में ज्यादा इस्तेमाल होती है। CDMA अन्य नेटवर्क में कम इंटरफेस करता है और इसमें कई यूजर एक साथ बात कर सकते हैं, जो एक ही फ्रीक्वेंसी को शेयर करते हों। यह अतिरिक्त सिग्नल नॉइस को कम करने के लिए ज्यादा पावर लेता है, जिससे बैटरी लाइफ कम हो जाती है। CDMA हैंडसेट अक्सर एक ही कैरियर के लिए लॉक होता है और यह ट्रांसफर नहीं हो सकता।
GSM : जीएसएम (Global System for Mobile communication) यह डिजिटल मोबाइल टेलीफोन सिस्टम है, जो यूरोप और दुनिया के अन्य भागों में इस्तेमाल की जाती है। GSM फोन अनलॉक कर सकते हैं और यह एक कैरियर से दूसरे कैरियर में ट्रांसफर हो सकता है। 2G सेलुलर नेटवर्क कमर्शियली GSM स्टैंडर्ड पर लॉन्च हुआ है और इसकी ट्रांसफर स्पीड अधिकतम 50 kbit/s है।
LTE : एलटीई (Long-Term Evolution) 4G वायरलेस ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी है जिसे Third Generation Partnership Project (3GPP) ने डेवलप किया है। 4G LTE को मोबाइल फोन और डेटा टर्मिनल के लिए हाई स्पीड डेटा का स्टैंडर्ड वायरलेस कम्युनिकेशन है। इसकी अधिकतम डाउनलोड स्पीड 299.6 Mbit/s और अपलोड स्पीड 75.4 Mbit/s है जो मोबाइल के इक्विपमेंट कैटेगरी पर आधारित होती है।
GPS : GPS सर्विस एक सैटेलाइट बेस्ड सर्विस है जो डिवाइस की लोकेशन, पोजिशन और स्थान के साथ मौसम की जानकारी आदि देती है। इसे सुरक्षा के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। जब कोई मुसीबत में हो तो GPS से उस व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है।
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कैपेसिटिव टचस्क्रीन LCD, OLED, AMOLED और सुपर AMOLE क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
कैपेसिटिव टचस्क्रीन LCD : कैपेसिटिव टचस्क्रीन मानव शरीर के इलेक्ट्रिकल प्रॉपर्टीज के सेंसिंग से काम करता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन पैनल में इंडियम टिन ऑक्साइड के ट्रांसपैरेंट कंडक्टर होता है। ह्यूमन बॉडी में भी इलेक्ट्रिकल कंडक्टर होता है, जिससे स्क्रीन को टच करने सें इलेक्ट्रोस्टेटिक फील्ड रिस्टोर हो जाता है और वह प्वाइंट इन्सट्रक्शन के रूप में लिए जाता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन, रेजिस्टिव टचस्क्रीन से काफी बेहतर है।
OLED : OLED का मतलब Organic Light-Emitting Diode है। OLED में ऑर्गेनिक पॉलिमर के छोटे डॉट्स होते हैं, जो इलेक्ट्रिसिटी से चार्ज होने के बाद लाइट को डेवलप करते हैं। OLED नइ डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है, जो LCD के मुकाबले कम पावर लेती है और यह पतली, हल्की, बेहतर व्यूइंग एंगल और वीडियो और एनिमेशन के लिए अच्छा रिस्पांस टाइम है। ओएलईडी स्क्रीन में खुद एलईडी ही पिक्सल का काम करती हैं और 6 लेयर्स मिलकर तस्वीरें स्क्रीन पर लाती हैं। इसलिए ओएलईडी टीवी पर तस्वीर ज्यादा स्पष्ट दिखती है और किसी भी एंगल से देखने पर एक सा दिखाई देता है। साथ ही ओएलईडी स्क्रीन वाले गैजेट्स काफी पतले और हल्के होते हैं।
AMOLED : AMOLED एक्टिव मैट्रिक्स ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड है। यह मोबाइल फोन और टीवी के लिए नेक्स्ट जनरेशन डिस्प्ले टेक्निक है। यह एलसीडी की तुलना में रिच कलर, शार्पर इमेज, कम पॉवर कन्जूमशन और अधिक पतली और हल्की है।
सुपर AMOLED : सुपर AMOLED को पारंपरिक AMOLED के मुकाबले बेहतर परफॉरमेंस हे लिए तैयार किया गया है। AMOLED की तुलना में सीधे धूप में देखे जाने पर सुपर AMOLED का परफॉरमेंस अच्छा है और यह ब्राइट इमेज को सपोर्ट करता है और पॉवर कम लगती है।
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डिस्प्ले रेजोल्यूशन क्या है और ये कितने टाइप का होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
रेजोल्यूशन : स्क्रीन की डिस्प्ले क्वालिटी (स्क्रीन क्वालिटी) या कैमरा की फोटो क्वालिटी आम तौर पर रेजोल्यूशन पर निर्भर करती है। जितना ज्यादा रेजोल्यूशन होगा, डिस्प्ले क्वालिटी उतनी ही बेहतर होगी। जैसे, HVGA (480x320), VGA (640x480), FWVGA (854x480), qHD (960x540 पिक्सल) जैसे रेजोल्यूशन वाले स्मार्टफोन का डिस्प्ले कमजोर होता है। 720*1280 पिक्सल (HD) के रेजोल्यूशन वाले स्मार्टफोन्स का डिस्प्ले बेहतर होता है। फुल एचडी (1920*1080 पिक्सल का रेजोल्यूशन) वाला फोन की डिस्प्ले क्वालिटी ज्यादा बेहतर होती है।
डिस्प्ले रेजोल्यूशन के टाइप
VGA (Video Graphics Array) - 640*480 पिक्स्ल
SVGA (Super Video Graphics Array) - 800*600 पिक्स्ल
QVGA (Quarter Video Graphics Array) - 320*240 पिक्स्ल
WQVGA (Wide QVGA) - XXX*240 पिक्स्ल
HVGA (Half VGA) - 480*320 पिक्स्ल
WVGA (Wide VGA) - XXX*480 पिक्स्ल
FWVGA (Full Wide Video Graphics Array) - 854*480 पिक्स्ल
Quarter HD or qHD - 960*540 पिक्स्ल
XGA (Extended Graphics Array) - 1024*768 पिक्स्ल
SXGA (Super Extended Graphics Array) – 1080*1024 पिक्स्ल
WXGA (Wide Extended Graphics Array) - 1366*768 पिक्स्ल
HD (High Definition) – 1360*768 पिक्स्ल
HD+ (High Definition) – 1600*900 पिक्स्ल
Full HD (High Definition) - 1920*1080 पिक्स्ल
Hd ready (720*1280 पिक्स्ल)
Quad HD (1440*2560 पिक्स्ल)
Ultra HD 4K (3840*2160 पिक्स्ल)
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स्मार्टफोन प्रोसेसर की क्लॉक-स्पीड क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
क्लॉक-स्पीड : मोबाइल और कम्प्यूटर दोनों के लिए ही अब प्रोसेसर्स के विकल्प की भरमार है। कई बार एक ही नाम का प्रोसेसर अलग-अलग स्पीड देता है। ऐसा क्लॉक स्पीड की वजह से होता है। यह इस बात का माप होता है कि कोई भी प्रोसेसर एक साइकिल (एक सेकंड) के दौरान कितने ऑपरेशन पूरे कर सकता है। चूंकि नए जमाने के प्रोसेसर एक सेकंड में लाखों क्लॉक साइकिल पूरे कर सकते हैं, इसलिए इन्हें आमतौर पर गीगाहर्ट्स या मेगाहर्ट्ज में मापा जाता है। प्रोसेसर की ओवरऑल परफॉर्मेंस क्लॉक स्पीड पर भी निर्भर करती है। यानी प्रोसेसर में बाकी कंपोनेंट अच्छे हैं, लेकिन उसकी क्लॉक स्पीड कम है, तो वह धीमा काम करेगा। इसलिए मोबाइल, लैपटॉप या कम्प्यूटर खरीदते समय उसके प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड की जानकारी भी लेनी चाहिए।
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एंड्रॉयड की एन्क्रिप्शन सेटिंग क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
एन्क्रिप्शन : आपके स्मार्टफोन की सेटिंग्स में ‘Encrypt your data' या एनक्रिप्शन से जुड़े अन्य विकल्प उपलब्ध होते हैं। कम्प्यूटर में भी इस तरह की सुविधा होती है। एनक्रिप्शन या अपने डाटा को ‘एनक्रिप्टेड’ फॉर्म में बदलना। यह एक ऐसा तरीका होता है, जिसमें आप से जुड़ी संवेदशनशील या निजी जानकारियों की फाइल्स को सिस्टम ऐसी फाइल्स में बदल देता है और पासवर्ड, प्राइवेट की या अन्य तरीकों से सुरक्षित कर देता है। इसके बाद आपके अलावा अगर कोई इन फाइल्स को देखने की कोशिश करता है, तो उसे अजीब आकृतियां और उल्टे-सीधे शब्द नजर आते हैं। इसके बाद फाइल को पासवर्ड के जरिए डिक्रिप्ट करके ही देखा जा सकता है। यह अपनी निजी या संवेदनशील फाइल्स को और भी ज्यादा सुरक्षित बनाने का कारगर तरीका होता है। इससे फाइल सिस्टम (मोबाइल या कम्प्यूटर) की सुरक्षा प्रणाली पर निर्भर नहीं रहती।
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यूएसबी टाइप-सी, एमएएच और 4के रेजोल्यूशन क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
USB Type-C : इस पोर्ट की मदद से सभी केबल एक ही पोर्ट में कनेक्ट किए जा सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग पोर्ट्स किसी डिवाइस में देने की जरूरत नहीं होगी। इसका मतलब चाहे की बोर्ड की पिन लगानी हो या माउस या फिर चार्जर अटैच करना हो, सब एक ही पोर्ट से हो जाएगा। इसके अलावा, इस पोर्ट में चाहे केबल उलटा लगाया जाए या सीधा केबल लग जाएगा।
mAh : ये किसी डिवाइस की बैटरी के चार्ज पावर को दर्शाता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो एक बैटरी में कितनी इलेक्ट्रिकल चार्ज पावर है, ये mAh से पता चलता है। ये आंकड़ा जितना ज्यादा होगा, उतनी ही डिवाइस को ज्यादा पावर मिलेगी और बैटरी लंबे समय तक काम करेगी।
4K : 4K डिस्प्ले क्वालिटी का मतलब है HD से 8 गुना बेहतर डिस्प्ले क्वालिटी वाला डिवाइस। 4K उस डिस्प्ले रेजोल्यूशन को कहा जाता है जिसमें 4000 पिक्सल होते हैं। इसे आम तौर पर अल्ट्रा हाई डेफिनेशन टेलीविजन भी कहा जाता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो ये अभी कमर्शियल टीवी में सबसे बेस्ट क्वालिटी में से एक है।
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जाइरोस्कोप, एक्सेलोमीटर, प्रोक्सिमिटी सेंसर और लाइट एम्बिएंट सेंसर क्या होते हैं?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
जाइरोस्कोप : इसका इस्तेमाल मोबाइल गेम खेलने में किया जाता है। जब हम रेसिंग गेम खेलते हैं और कार को दाएं या बाएं मोड़ने के लिए मोबाइल फोन को भी दाएं या बाएं घुमाते हैं, तब ऐसा इसी सेंसर की वजह से होता है।
एक्सेलोमीटर : मोबाइल की स्क्रीन को पोर्टेट या लैंडस्कैप में करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। मोबाइल को हम जिस भी दिशा में घुमाते हैं, ठीक उसी दिशा में मोबाइल की स्क्रीन भी घुम जाती है। मोबाइल में 'ऑटो रोटेड' सेटिंग इसी पर काम करती है। इसका इस्तेमाल इमेज-रोटेशन में भी किया जाता है।
प्रोक्सिमिटी सेंसर : कई बार होता है कि हम फोन को कान पर लगाकर किसी से बात कर रहे होते हैं और तभी हमारा कान मोबाइल के टचस्क्रीन को छू लेता है और इस वजह से फोन कट जाता है या फिर कोई ऐप चालू हो जाता है। कॉल के दौरान ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए प्रोक्सिमिटी सेंसर का उपयोग किया जाता है। प्रोक्सिमिटी सेंसर आपके फोन और उसके सामने की वस्तु के बीच की दूरी की पहचानकर स्क्रीन को इनएक्टिव कर देता है।
लाइट एम्बिएंट सेंसर : मोबाइल फोन की ब्राइटनेस को सेट करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। जब हम किसी डिवाइस में ब्राइटनेस सेटिंग को 'ऑटो' मोड में सेट करते हैं तब वह डिवाइस हमारे आस-पास मौजूद लाइट के हिसाब से मोबाइल स्क्रीन की ब्राइटनेस को सेट करता है ताकि मोबाइल स्क्रीन पर देखने में आंखों को कोई परेशानी ना हो।
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कैश मेमोरी, हॉटस्पॉट और बास क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
कैश मेमोरी : ये डिवाइस मेमोरी में एक ऐसी जगह होती है जहां से हाल ही में एक्सेस किया गया डाटा आसानी से रिट्रीव किया जा सकता है। यूजर्स अपने डिवाइस पर जो भी काम करते हैं उसकी कॉपी कैश मेमोरी में भी सेव रहती है। मेन मेमोरी की जगह कैश मेमोरी से प्रोसेसर डाटा लेता है।
हॉटस्पॉट : वाई-फाई हॉटस्पॉट एक ऐसा फीचर होता है जिसके जरिए एक डिवाइस अपने इंटरनेट कनेक्शन को बाकी डिवाइसेस में वाई-फाई सिग्नल की मदद से भेज सकता है। ऐसे में अगर किसी एक डिवाइस में इंटरनेट है तो एक या एक से ज्यादा डिवाइसेस उससे कनेक्ट हो सकेंगे।
बास (BASS) : बास एक तरह का म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट होता है जो साउंड क्वालिटी को लो पिच रेंज (लो फ्रीक्वेंसी) देता है। इससे साउंड में धमक आती है। इससे म्यूजिक की क्वालिटी कई गुना बेहतर हो जाती है।
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जीपीआरएस, इन्फ्रारेड पोर्ट और एचडीएमआई क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
GPRS : इसका पूरा नाम जनरल पैकेट रेडियो सर्विस है। मोबाइल नेटवर्क के जरिए डाटा ट्रांसफर की तकनीक को GPRS कहा जाता है। इसे मोबाइल इंटरनेट कहते हैं जो आम सिम के जरिए काम करता है।
इन्फ्रारेड पोर्ट : इन्फ्रारेड पोर्ट की मदद से डिवाइस को रिमोट में बदला जा सकता है। इन्फ्रारेड सेंसर ही टीवी, DVD, AC आदि डिवाइसेस के रिमोट में लगे होते हैं। अगर किसी फोन में इन्फ्रारेड फीचर है, तो उसे होम अप्लायंस के रिमोट में बदला जा सकता है। इसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐप्स उपलब्ध हैं।
HDMI : इसका पूरा नाम हाई-डेफिनेशन मल्टीमीडिया इंटरफेस है। डिजिटल ऑडियो और वीडियो ट्रांसफर करने के लिए HDMI पोर्ट और केबल का इस्तेमाल किया जाता है। अब ये पोर्ट सभी टेलीविजन में दिया जाता है।
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एनएफसी और मोबाइल पेमेंट क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
NFC : नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) शॉर्ट रेंज में ज्यादा फ्रीक्वेंसी के साथ डिवाइसेस को कनेक्ट करने में मदद करता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो लिमिटेड दूरी में तेज स्पीड के साथ NFC की मदद से वायरलेस डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। ये फाइल शेयरिंग, इंटरनेट एक्सेस और अन्य सभी तरह के ट्रांसफर के लिए काफी उपयोगी साबित होता है।
मोबाइल पेमेंट : मोबाइल पेमेंट का सीधा मतलब मोबाइल से पेमेंट करना है। साथ ही, इसके द्वारा पैसा ट्रांसफर भी किया जा सकता है। मोबाइल पेमेंट के चार प्राइमरी मॉडल हैं, जिनमें इसमें SMS (शॉर्ट मैसेज सर्विस), डायरेक्ट मोबाइल बिलिंग, मोबाइल वेब पेमेंट (WAP) और नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) शामिल हैं।
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64 बिट प्रोसेसर, क्वाड-कोर या ऑक्टा-कोर प्रोसेसर और जीपीयू क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
64 बिट प्रोसेसर : 64 बिट प्रोसेसर का मतलब है कि जो प्रोससेर फोन में इस्तेमाल किया गया है, वो फोन में ज्यादा रैम, ज्यादा मेमोरी और बेहतर कैमरा फीचर्स सपोर्ट कर सकता है। 64 बिट प्रोसेसर के साथ फोन में बेहतर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर फीचर्स दिए जा सकते हैं। इससे बेहतर बैटरी बैकअप भी मिलता है। बता दें कि आईफोन में भी 64 बिट प्रोसेसर मिलता है।
क्वाड-कोर या ऑक्टा-कोर प्रोसेसर : मल्टीकोर प्रोसेसर (एक से ज्यादा लेयर वाले) आम प्रोसेसर से बेहतर काम कर सकते हैं। सिंगल कोर प्रोसेसर एक समय पर एक ही काम करता है, वैसे ही क्वाड-कोर प्रोसेसर एक समय में चार अलग-अलग काम कर सकते हैं। मल्टीटास्किंग के लिए ये जरूरी है कि फोन में मल्टीकोर प्रोसेसर हो। प्रोसेसर को CPU भी कहा जाता है।
GPU : ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट एक स्पेशल सर्किट होता है जो फोन में इमेज इनपुट और आउटपुट का काम करता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो GPU की मदद से गेमर्स को गेम खेलने के दौरान बेहतर डिस्प्ले क्वालिटी मिलती है और ऐसा ही मूवी या वीडियो देखने के दौरान होता है।
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बीएसआई सेंसर, पिक्सल डेनसिटी और बेंचमार्क ऐप क्या होते हैं?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
BSI सेंसर : BSI सेंसर या बैक इल्युमिनेटेड सेंसर एक तरह का डिजिटल इमेज सेंसर है जो फोटो क्वालिटी को बेहतर बनाता है। इस सेंसर के कारण ही खींची जा रही फोटो में बेहतर लाइट आती है और कम लाइट की कंडीशन में भी बेहतर क्वालिटी मिलती है। आसान शब्दों में कहें तो फोटो में कितनी ब्राइटनेस होगी, इसे BSI सेंसर कंट्रोल करता है।
पिक्सल डेनसिटी : इसे पिक्सल पर इंच (ppi) के रूप में मापा जाता है। जिस मोबाइल का ppi सबसे ज्यादा होता है वह मोबाइल उतना ही अच्छा होता है। स्क्रीन के डिस्प्ले के एक इंच की दूरी में जितने अधिक पिक्सल होंगे आपके डिवाइस का स्क्रीन डिस्प्ले उतना ही अच्छा होगा।
बेंचमार्क ऐप : बेंचमार्क ऐप आपके स्मार्टफोन को टेस्ट करते रहते हैं। ये ऐप बताते हैं कि आपका फोन कैसा काम कर रहा है। साथ ही, इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले सभी स्मार्टफोन्स का डाटा भी ये आपसे शेयर करते हैं। यानी बेस्ट मोबाइल कौन से हैं और मार्केट में कौन से नए फोन आने वाले हैं।
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कैमरा मेगापिक्सल, रियर कैमरा, फ्रंट कैमरा क्या होता है?

टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
मेगापिक्सल : कैमरा मेगापिक्सल का काम फोटो साइज को बढ़ाना होता है। जितने ज्यादा मेगापिक्सल होंगे, फोटो साइज भी उतना ही बड़ा होगा। हालांकि, इससे क्वालिटी में ज्यादा अंतर नहीं आता। कई लोगों को लगता है कि ज्यादा मेगापिक्सल होने से फोटो क्वालिटी बेहतर होगी, लेकिन ये सच नहीं है। फोटो क्वालिटी कैमरा सेंसर से बेहतर होती है, जो कलर और फोटो लाइट को संभालता है। वैसे, मेगापिक्सल फोटो क्वालिटी बढ़ाने में मददगार होता है।
रियर कैमरा : रियर कैमरा मतलब फोन का बैक कैमरा है, जो पोर्ट्रेट या लैंडस्केप में यूजर्स को फोटो खींचने की सुविधा देता है।
फ्रंट कैमरा : किसी भी गैजेट में फ्रंट कैमरा यूजर को सेल्फी खींचने और वीडियो कॉलिंग के काम आता है।
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कोरोन में मदद के नाम पर ठगी कर रहें हैकर्स, रिमोट सेंसिंग तकनीक से फोन हैक कर ऑनलाइन उड़ा रहे रकम

भोपाल. टोटल लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए कई लोग आगे आए हैं। ऐसे समाजसेवियों से जुड़ने का झांसा देकर शातिर ठग उनके खाते से ही रकम उड़ा रहे हैं। ऐसे कुछ मामले राजधानी में भी हो चुके हैं। राजधानी के कोलार इलाके में रहने वाले संजय सुलानिया लॉक डाउन के दौरान लोगों को बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही घरों में फंसे लोगों की मदद के लिए अपने साथियों के साथ प्रतिदिन भोजन के पैकेट बांट रहे हैं। इसकी फोटो भी उन्होंने फेसबुक और वॉट्सएप पर शेयर की है। गुरुवार को उनके पास राजेश शाक्य नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर 789674898 से काॅल आया। उसने कहा कि वह भी इस अभियान में मदद करना चाहता है। संजय को खुशी हुई कि उनकी मुहिम में लोग जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने राजेश को हां कह दिया तो बदले में राजेश ने संजय से फोन पे की डिटेल मांगी। संजय ने कहा कि जिस नंबर पर आप बात कर रहे हैं, उसी नंबर पर राशि भेज दीजिए। तब संजय ने पूछा कि आपके अकाउंट में अभी कितना बैलेंस है। संजय ने कहा कि बैलेंस से आपको क्या करना है? क्योंकि राशि डालने के लिए बैलेेंस का होना जरूरी नहीं है। तब राजेश ने जवाब दिया कि उनका व उनके कुछ मित्रों का अकाउंट फाॅरेन में है। इसलिए कम से कम एक हजार रुपए अकाउंट में होना चाहिए।
संजय को शक हुआ, लेकिन उसने कह दिया कि इतनी राशि तो उसके अकाउंट में है। राजेश ने कहा कि आप लाइन पर रहिए, वे राशि जमा कर रहे हैं। इतने में संजय के पास एक ओटीपी नंबर आया और थोड़ी देर में 1150 रुपए ट्रांजेक्शन का मैसेज आ गया। यानि उनके खाते में कुल जमा राशि निकाल ली गई थी।
संजय को समझ में आ गया कि वे ठगे गए। यानि एकदम नया तरीका ऑनलाइन ठगी करने वालों ने ईजाद कर लिया है। वे पहले लोगों की फेसबुक प्रोफाइल खंगाल रहे हैं। फिर देख रहे हैं कि कौन लोग इस समय जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। जब उन्हें ऐसे लोग मिल जाते हैं तो इनकी पुरानी फोटो देखते हैं और उसी हिसाब से बातचीत का सिलसिला शुरू करते हैं। जब सामने वाले को यकीन हो जाता है तो उसे मदद का आश्वासन देकर उसी का पैसा उड़ा देते हैं। सायबर एक्सपर्ट ऐसे में प्रोफाइल को सुरक्षित करने की सलाह देते हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
ये लोग ऑनलाइन तरीके से पूरे मोबाइल को रिमोट पर ले लेते हैं और फिर आपसे ही अपना एप ओपन करवाएंगे। जैसे ही आप एप को ओपन करते हैं तो खुद का नंबर डालकर आपके खाते में जमा पैसा दूसरे के खाते में ट्रांसफर करते हैं। इसके लिए आपके पास ओटीपी आता है तो वह भी रिमोट सेंसिंग की वजह से उन्हें दिखाई देता है। यह एक तरह की हाई टेक्नालाॅजी है, जिसका इस्तेमाल कम ही लोग करते हैं। दूसरा तरीका यह है कि वह आपसे ओटीपी पूछ लें और फिर उसकी मदद से पैसा खाते से उड़ा दें। हालांकि अब लोग ओटीपी को लेकर जागरुक हो गए हैं। ऐसे मामले कम ही सामने आते हैं, जिसमें ओटीपी के जरिए ठगी होती हो।
केस - एक
कोलार के ही मनोहर लोवंशी के पास भी राजेश शाक्य का कॉल आया। उसने वही बातचीत की जो संजय से की थी। उसकी बातों में आकर मनोहर ने उस अकाउंट की डिटेल दे दी, जिसमें कुल 100 रुपए थे। राजेश ने अकाउंट को रिमोट सेसिंग के जरिए ऑपरेट करना शुरू किया और दो ओटीपी मनोहर को मिले और ट्रांजेक्शन फेल्ड के मैसेज आए। मनोहर समझ गया कि उनका मोबाइल हैक हो गया, लेकिन वे ठगी से बच चुके थे।
केस - दो
जरूरतमंदों को ढूंढ-ढूंढकर मदद कर रहे धीरज सोनी के पास भी इसी प्रकार का काॅल आया। जैसे ही उनसे अकाउंट की डिटेल मांगी तो उन्हें शक हुआ। बैलेंस पूछने पर उन्हें पक्का यकीन हो गया कि यह कोई गिराेह है जो सक्रिय हो गया। पहले उन्होंने इस नंबर को ब्लॉक किया और फिर उसे वायरल कर दिया कि इस नंबर से सावधान रहे। इसके बाद मामले की जानकारी डीबी स्टार को दी।
फोटो, फ्रेंड्स करें हिडन
फेसबुक प्रोफाइल पर लगभग हमारी पूरी जानकारी मौजूद होती है। जैसे कि आपके फ्रेंड व रिलेटिव कौन हैं और कौन ज्यादा लाइक, कमेंट करता है। यात्राओं का विवरण होता है। यहां तक कि मोबाइल नंबर और ईमेल भी लिखा होता है। इन्हीं को आधार बनाकर सामने वाले आपसे ठगी करते हैं। इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपनी सेटिंग में जाकर बदलाव कर दें। यानि फ्रेंड्स के अलावा कोई भी आपके फोटो नहीं देख सके। नंबर्स और ईमेल आदि तो केवल स्वयं के लिए ओपन रखें। जन्मतिथि में वर्ष को हाइड कर दें। ऐसा करने से कोई भी आपके बारे में कुछ पता नहीं लगा पाएगा। - हेमराज सिंह चौहान, सायबर एक्सपर्ट
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कोरोना के सवालों के लिए फर्जी ऐप-नंबरों से बचें; सोशल मीडिया के इन प्लेटफॉर्म्स का करें इस्तेमाल, मिलेगी सटीक और स्पष्ट जानकारी

गैजेट डेस्क. डब्ल्यूएचओ से लेकर सरकार तक कोरोना से जुड़ी जानकारियां देने के कई प्लेटफॉर्म इस्तेमाल कर रहे हैं। इन दिनों केवल वॉट्सऐप का इस्तेमाल ही 40% तक बढ़ गया है। वहीं कई फर्जी ऐप्स, वेबसाइट और नंबर भी आ गए हैं जो जानकारी का दावा करते हैं। आप इन विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से जानकारी ले सकते हैं।
ऐप: कोरोना कवच
कैसे जुड़ें: प्ले स्टोर से Corona Kavach डाउनलोड करें। इसपर अपना फोन नंबर डालकर एकाउंट बनाएं।
क्या करता है: ऐप लोकेशन के आधार पर कोरोना मरीजों को ट्रैक कर यूजर को आगाह करता है, ताकि मरीज के आसपास होने पर सावधानी बरत सकें। कोरोना से जुड़ी जानकारी भी देता है।
टेलीग्राम पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: टेलीग्राम ऐप पर ‘MyGov Corona Newsdesk’ सर्च करें और Join पर क्लिक करें।
क्या बताएगा: यह कोरोना से जुड़ी खबरें देगा और अफवाहों से सचेत करेगा। वर्क फ्रॉम होम टिप्स, घर बैठे पढ़ाई जैसी कई काम की जानकारियां भी दे रहा है। इसमें 7.8 लाख सदस्य हैं।
वॉट्सऐप पर डब्ल्यूएचओ
कैसे जुड़ें: +41798931892 नंबर सेव कर इस पर ‘Hi’ वॉट्सऐप करें या wa.me/41798931892?text=hi लिंक ब्राउजर में डालें।
क्या बताएगा: वायरस से जुड़े नए आंकड़े, खबरें, दान देने के विकल्प, कोरोना से जुड़े भ्रम और सावधानी आदि से जुड़ी जानकारियां।
फेसबुक पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: फेसबुक पर MyGov Corona Hub सर्च करें। पेज को लाइक कर मैसेंजर में जाएं और ‘Get Started’ पर क्लिक करें।
क्या बताएगा: आपात स्थिति के लिए नंबर, ईमेल बताएगा। साथ ही आप सवाल लिखकर भी कोरोना से जुड़ी जानकारियां पूछ सकते हैं।
वॉट्सऐप पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: 9013151515 नंबर सेव करें। इस पर ‘Namaste’ वॉट्सऐप करें।
क्या बताएगा: हेल्पलाइन नंबर, कोरोना मरीजों के आंकड़े, वायरस से जुड़ी जानकारियां, जोखिम कम करने के तरीके, एम्स अस्पताल से पेशेवर जानकारियां आदि। जानकारी हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध।
अन्य तरीके
आप कोरोना से जुड़े अपने सवाल यहां भी पूछ सकते हैं-
नेशनल हेल्पलाइन नंबर: 011-23978046
टोल फ्री नंबर: 1075
ईमेल आईडी: ncov2019@gov.in
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Saturday, 28 March 2020
कोरोना के कारण ग्लोबल स्मार्टफोन सेल्स 14 फीसदी तक गिरी, ग्राहकों को राहत देने कई ब्रांड्स ने बढ़ाया वारंटी पीरियड

गैजेट डेस्क. कोरोनावायरस से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए विश्व के कई देश पूरी तरह से लॉकडाउन हो चुके हैं। सैकड़ों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है और इसका असर मोबाइल इंडस्ट्रीज देखने को मिला है। काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापार बंद होने की वजह से वैश्विक स्तर पर स्मार्टफोन की सेल्स में 14 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है और इस गिरावट की वजह कोई और नहीं सिर्फ कोरोनावायरस है जो चीन से होकर कई देशों तक पहुंच चुका है। बताया जा रहा है कि अलग 18 महीने कई इंडस्ट्रीज के लिए काफी मुश्किल भरे होंगे।

कई ब्रांड्स जैसे रियलमी और श्याओमी ने अपने स्मार्टफोन के लॉन्चिंग इवेंट्स कैंसिल कर दिए हैं। एपल ने भी इस महामारी के चलते चीन समेत दुनियाभर के कई स्टोर्स बंद करने पड़े। राउटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी में एपल समेत अन्य स्मार्टफोन कंपनियों ने चीन में अपने स्टोर्स को बंद कर दिए थे। सेल्स के आंकड़ों की बात करें तो एपल ने इस दौरान चीनी बाजार में 5 लाख से कम यूनिट्स की बिक्री की।

हालांकि अब चीन में इस महामारी की रिकवरी होती दिखाई दे रही है जिसके चलते कई सारे स्टोर्स को दोबारा खोल दिया गया है। वहीं साउथ कोरिया में इसकी रिकवरी हो रही है लेकिन दुनिया के अन्य भागों में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं।
इस मुश्किल समय में अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए रियलमी और कई अन्य ब्रांड्स ने मिलकर अपने डिवाइस पर एक्सटेंडेड वारंटी ऑफर करना शुरू कर दिया है। कंपनियों ने ऐलान किया है कि जिनकी वारंटी मार्च और अप्रैल के बीच खत्म हो रही है उन्हें 31 मई 2020 तक अतिरिक्त वारंटी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा कंपनी ने 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से फोन में खराबी आने पर रिप्लेसमेंट वारंटी को भी बढ़ा दिया है।
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श्याओमी ने लॉन्च किया सस्ता 5G स्मार्टफोन एमआई 10 लाइट, 48 मेगापिक्सल का क्वाड रियर कैमरा मिलेगा

गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी श्याओमी ने यूरोपियन मार्केट में एमआई 10 लाइट 5जी स्मार्टफोन लॉन्च किया। इसे अबतक का सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन भी कहा जा रहा है। यूरोप में इसकी कीमत 29200 रुपए है। फोन में वॉटरड्रॉप नॉच डिस्प्ले दिया गया है। हालांकि इसके साथ लॉन्च हुए एमआई 10 और एमआई 10 प्रो में पंच-होल डिस्प्ले डिजाइन दिया गया है। तीनों फोन में चार रियर कैमरे दिए गए हैं। एमआई 10 लाइट 5जी में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765 जी प्रोसेसर है। एमआई 10 लाइट 5जी को भारत में कब लॉन्च किया जाएगा फिलहाल इसे लेकर कंपनी ने कोई सफाई नहीं दी है।
एमआई 10 लाइट के स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
- एमआई 10 लाइट में 6.57 इंच का एमोलेड ट्रूकलर डिस्प्ले है। इसमें वॉटरड्ऱॉप नॉच दिया गया है जिसमें फ्रंट कैमरा फिट है।
- फोन ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 756जी प्रोसेसर से लैस है। फिलहाल इसकी रैम और स्पेसिफिकेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
- इसमें क्वाड रियर कैमरा सेटअप मिलगा। इसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है। इसमें नाइट मोड 2.0, एआई डायनामिक स्काईस्कैपिंग और व्लॉग (Vlog) मोड मिल जाता है। सेल्फी के लिए इसमें 16 मेगापिक्सल का कैमरा है।
- फोन में 4160 एमएएच बैटरी है जिसमें 20 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है। सिक्योरिटी के लिए इसमें इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर है।
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